azadi ka amrit mahotsav

आजादी का अमृत महोत्‍सव

आज़ादी का अमृत महोत्सव भारत की जनता को समर्पित है जो प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की ओर से की जाने वाली एक पहल है।

आजादी का अमृत महोत्सव- परिचय 

  • आज़ादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान को प्रगति की ओर ले जाने वाली सभी चीजों का एक मूर्त रूप है जिसकी शुरुआत आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के 75 हफ्ते पहले 12 मार्च 2021 को हो गई  जो 15 अगस्त 2023 को समाप्त होगी।
  • इस महोत्‍सव के कार्यक्रमों के लिए 259 सदस्‍यों की उच्च स्तरीय राष्ट्रीय समिति का गठन किया गया जिसके देखरेख में अनेक गतिविधियां संचालित की गयी ।
  • आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत साबरमती,गुजरात से हुआ जहां से महात्मा गाँधी के नेतृत्व में दांडी मार्च आरंभ हुआ था। आजादी के 75 वर्ष पूरे होने तक यानी 15 अगस्त 2022 तक 75 सप्ताह संपूर्ण भारत तथा भारतीय दूतावासों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ ।
  • भारत के प्रधानमंत्री द्वारा अमृत महोत्सव हेतु एक वेबसाइट का उद्घाटन करने के साथ साथ एक ‘आत्मनिर्भर इनक्यूबेटर’ शुरू किया गया जो पारंपरिक कला में शामिल लगभग 40,000 परिवारों की मदद करने में सहायक होगा।

आजादी का अमृत महोत्सव का उद्देश्य

संपूर्ण भारत के नागरिकों, युवाओं, बच्‍चों को भारत की आजादी के स्‍वर्णिम इतिहास संबंधी घटनाओं, ऐतिहासिक स्‍थलों,  प्रमुख नेताओं, स्‍वतंत्रता सेनानियों को प्रदर्शनी के माध्‍यम से दिखाने के साथ साथ उन विस्मृत नायकों की तलाश करना जिनका नाम अभी तक इतिहास के पन्ने में कहीं छुपा हुआ है।

इस महोत्सव के माध्‍यम से नए दृष्टिकोणों, नए संकल्पों को प्रतिध्वनित करने हेतु संपूर्ण भारत में असहयोग आन्दोलन, सविनय अवज्ञा आन्दोलन, भारत छोड़ो आन्दोलन, दांडी मार्च, महात्मा गाँधी, नेताजी शुभाष चन्द्र बोस जैसे आन्दोलन के नेताओं सहित स्वतंत्रता से संबंधित मुख्य स्थलों को दिखाया गया।

आजादी का अमृत महोत्‍सव के पांच विषय

स्‍वतंत्रता संग्राम

इतिहास में मील के पत्थर, गुमनाम नायकों आदि को याद करना

  • यह विषय आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत हमारे स्मरणोत्सव पहल की शुरुआत करता है। यह उन गुमनाम नायकों की कहानियों को जीवंत करने में मदद करता है जिनके बलिदान ने हमारे लिए स्वतंत्रता को वास्तविक बना दिया है ।
  • यह विषय 15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक यात्रा में मील के पत्थर, स्वतंत्रता आंदोलनों आदि का  पुनरीक्षण करता है।
  • इस विषय के अंतर्गत कार्यक्रमों में बिरसा मुंडा जयंती (जनजातीय गौरव दिवस), नेताजी, शहीद दिवस द्वारा स्वतंत्र भारत की अनंतिम सरकार की घोषणा आदि शामिल हैं। इसके अलावा इस विषय के अंतर्गत संस्कृति मंत्रालय की अनेक विशेष पहल भी शामिल हैं।

विचार@75

भारत को आकार देने वाले विचारों और आदर्शों का जश्न मनाना

  • यह विषय उन विचारों और आदर्शों से प्रेरित कार्यक्रमों और आयोजनों पर केंद्रित है जो विश्‍व में भारत के अद्वितीय योगदान को जीवंत करने में मदद करती हैं।
  • ये विचार अमृत काल (भारत@75 और भारत@100 के बीच 25 वर्ष) की अवधि के दौरान नेविगेट करते समय भारत का मार्गदर्शन भी करेंगे।
  • इसके तहत काशी उत्सव, प्रधान मंत्री को पोस्ट कार्ड जैसे कार्यक्रम और पहल शामिल हैं।

समाधान @75

विशेष उद्देश्य और लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्धताओं को मजबूत करना

  • यह विषय हमारी मातृभूमि की नियति को आकार देने के हमारे सामूहिक संकल्प और अवधारण पर केंद्रित है। 2047 की यात्रा के लिए हममें से प्रत्येक को जाग्रत होना होगा और व्यक्तियों, समूहों, नागरिक समाज, शासन की संस्थाओं आदि के रूप में अपनी भूमिका निभानी होगी।
  • इस विषय के अंतर्गत कार्यक्रमों और आयोजनों में संविधान दिवस, हर घर तिरंगा, सुशासन सप्ताह इत्यादि जैसे पहल शामिल हैं जो उद्देश्य की गहरी भावना से प्रेरित होने के दौरान ‘ग्रह और लोगों’ के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को जीवंत करने में मदद करती हैं।

कार्य @75

नीतियों को लागू करने और प्रतिबद्धताओं को साकार करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर प्रकाश डालना।

  • यह विषय उन सभी प्रयासों पर केंद्रित है जो नीतियों को लागू करने और प्रतिबद्धताओं को साकार करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर प्रकाश डालते हुए भारत को कोविड के बाद की दुनिया में उभर रही नई विश्व व्यवस्था में अपना सही स्थान दिलाने में मदद करने के लिए किए जा रहे हैं।
  • यह प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के आह्वान से प्रेरित है। इसमें सरकारी नीतियों, योजनाओं, कार्य योजनाओं के साथ-साथ व्यवसायों, गैर सरकारी संगठनों, नागरिक समाज की प्रतिबद्धताओं को शामिल किया गया है जो हमारे विचारों को साकार करने में मदद करते हैं और सामूहिक रूप से बेहतर कल बनाने में हमारी मदद करते हैं।
  • इस विषय के तहत कार्यक्रमों में गतिशक्ति मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिए नेशनल मास्टर प्लान जैसी पहल शामिल हैं।

उपलब्धियां@75

विभिन्न क्षेत्रों में विकास और प्रगति का प्रदर्शन

  • इसका उद्देश्य 5000 साल से ज्यादा के प्राचीन इतिहास की विरासत के साथ 75 साल पुराने स्वतंत्र देश के रूप में हमारी सामूहिक उपलब्धियों के सार्वजनिक हित में विकसित होना है। यह विषय विभिन्न क्षेत्रों में विकास और प्रगति का प्रदर्शन पर केंद्रित है।
  • इसके अंतर्गत आयोजित किए गए कार्यक्रमों में 1971 की जीत के लिए समर्पित स्वर्णिम विजय वर्ष, महापरिनिर्वाण दिवस के दौरान श्रेष्ठ योजना का शुभारंभ आदि जैसी पहल शामिल हैं।

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