विचारक, विश्वास और इमारतें
- महात्मा बुद्ध की मृत्यु के बाद उनके वरिष्ठ श्रमणों ने किस स्थान पर एक सभा का आयोजन कर उनकी शिक्षाओं का संकलन कर त्रिपिटक की रचना की – वेसली, वर्तमान में बिहार का वैशाली
- त्रिपिटक का शाब्दिक अर्थ क्या है- भिन्न प्रकार के ग्रंथों को रखने हेतु तीन टोकरियां
- बौद्ध धर्म में प्रचलित शब्द थेरी का क्या तात्पर्य है- ऐसी भिक्खुनी महिलाएं जिन्होंने निर्वाण प्राप्त कर लिया
- थेरीगाथा जो भिक्खुनियों द्वारा रचित छंदों का संकलन है वह किस पिटक का हिस्सा है- सुत पिटक
- बौद्ध धर्म के किस ग्रंथ से महिलाओं के सामाजिक और आध्यात्मिक अनुभवों के बारे में अंतदृष्टि मिलती है- थेरीगाथा
- बुद्ध के जीवनकाल और मृत्यु के बाद भी बौद्ध धर्म किस कारण से तेजी से फैला- समकालीन धार्मिक प्रथाओं से असंतुष्ट होने तथा तत्कालीन सामाजिक बदलाव के कारण
- किस बौद्ध ग्रंथ के अनुसार अशोक ने बुद्ध के अवशेषों के हिस्से हर महत्वपूर्ण शहर में बांट कर उनके ऊपर स्तूप बनाने का आदेश दिया- अशोकावदान
यात्रियों के नजरिए
- अरबी भाषा में रचित “किताब उल हिन्द” के रचनाकार अलबरुनी का संबंध किस देश से है- उज्बेकिस्तान
- लगभग छठी शताब्दी ईसा पूर्व सिन्धु नदी के पूर्व के क्षेत्र के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द “हिन्दू” किस भाषा का शब्द है- फारसी
- अरबी लोगों ने सिन्धु नदी के पूर्व के क्षेत्र को अल हिंद तथा यहां के निवासियों को हिंदी कहा । कालांतर में तुर्कों ने इस क्षेत्र के लिए हिंदू तथा इनके निवास क्षेत्र को हिन्दुस्तान तथा उनकी भाषा को हिंदवी नाम दिया । उल्लेखनीय है कि यहां उल्लेखित कोई भी शब्द लोगों की धार्मिक पहचान का द्योतक नहीं था ।
- रेहला नामक प्रसिद्ध पुस्तक का रचनाकार इब्नबतूता 1333 में किसके शासनकाल में भारत आया था – मोहम्मद बिन तुगलक
- मोहम्मद बिन तुगलक ने इब्नबतूता से प्रभावित होकर दिल्ली का काजी बनाया फिर किसी गलतफहमी के कारण उसे कारागार में कैद किया और गलतफहमी दूर होने के बाद उसे राजकीय सेवा में पुन: लिया गया ।
- मोरक्को निवासी इब्नबतूता भारत में दिल्ली के अलावा किस पड़ोसी देश में काजी के पद पर 18 महीने तक कार्यरत रहा- मालद्वीप
भारत आए प्रमुख यात्री |
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काल | यात्री | देश |
10वी -11वीं शताब्दी | मोहम्मद इब्न अहमद अलबरुनी | उज्बेकिस्तान |
13वी शताब्दी | मार्कोपोलो | इटली |
14वीं शताब्दी | इब्नबतूता | मोरक्को |
15वीं शताब्दी | अब्दुल रज्जाक समरकंदी | समरकंद |
अफानसी निकितिच निकितिन | रूस | |
16वीं शताब्दी | दुरंत बारबोसा | पूर्तगाल |
सयदी अली रेइस | तुर्की | |
अंतोनियो मानसेरेत | स्पेन | |
17वीं शताब्दी | महमूद वली बलखी | बल्ख |
पीडर मुंडी | इग्लैंड | |
बैप्टिस्ट तैवर्नियर | फ्रांस | |
फ्रांस्वा बर्नियर | फ्रांस |
- सुल्तान द्वारा इब्नबतूता को कब चीन में मंगोल शासक के पास दूत के रूप में चीन जाने का आदेश दिया गया- 1342
- इब्नब्तूता अपने विवरण में भारत के किन दो वानस्पतिक उपज का विशेष वर्णन करता है- नारियल तथा पान
- इब्नबतूता के वर्णन के अनुसार अश्व डाक व्यवस्था तथा पैदल डाक व्यवस्था को क्या कहा जाता था- अश्व डाक व्यवस्था को उलुक तथा पैदल डाक व्यवस्था को दावा
- मध्यकाल में भारत आनेवाला कौन यात्री था जो भारत से प्रभावित होकर कुछ समय के लिए सन्यासी बन गया था – महमूद बल्खी
- किस विदेशी यात्री ने भारत की व्यापारिक स्थितियों से प्रभावित होकर भारत की तुलना ईरान और ऑटोमान साम्राज्य से की थी- बैप्टिस्ट तैवर्नियर
- ट्रेवल इन द मुगल इम्पायर किसका यात्रा वृतांत है- बर्नियर
भक्ति एवं सूफी परंपराएं
- अलवार संतों के किस काव्य संकलन का वर्णन तमिल वेद के रूप में किया जाता है- नलयिरादिव्यप्रबंधम
- कुरान शरीफ, हदीस, कियास और इजमा पर आधारित वह कानून जो मुसलमान समुदाय को निर्देशित करता है क्या कहलाता है- शरिया
- श्रीनगर में बनी किस मस्जिद को कश्मीर की सभी मस्जिदों में मुकुट का नगीना कहा जाता है- शाह हमदान मस्जिद
- भारत में आनेवाली सुफी समुदायों में चिश्ती सिलसिला किस कारण से सबसे ज्यादा प्रभावशाली रहा- इस सिलसिले ने न केवल अपने को स्थानीय परिवेश में ढाला बल्कि भारतीय भक्ति परम्परा की कई विशिष्टताओं को भी अपनाया।
- सूफी संतों के बारे में लिखी गयी पुस्तक कश्फ उल महजुब की रचना किसके द्वारा की गयी- अबुल हसन अल हुजविरी उर्फ दाता गंज बख्श
- शेख मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर आनेवाला पहला सुल्तान कौन था- मुहम्मद बिन तुगलक
- किस सुफी संत को उनके अनुयायी सुल्तान-उल-मशेख कह कर सम्बोधित किया करते थे- शेख निजामुद्दी औलिया
- अकबर की राजधानी फतेहपुर सीकरी में किस सूफी संत की दरगाह स्थित है- शेख सलीम चिश्ती
- कबीर ग्रंथावाली का संबंध राजस्थान के किस पंथ से है- दादू पंथ
- सिक्ख गुरु अर्जुन देव ने किनकी रचनाओं को आदि ग्रंथ में संकलित किया- गुरु नानक, बाबा फरीद, रविदास और कबीर
- उललेखनीय है कि दसवे गुरु गोविन्द सिंह ने नवें गुरु तेग बहादुर की रचनाओं को भी इसमें शामिल किया जिसे गुरु ग्रंथ साहिब कहा गया।
- किस गुरु ने खालसा पंथ की नींव डाली और पांच प्रतीकों का वर्णन किया- गुरु गोविन्द सिंह
- किसके नेतृत्व में सिक्ख समुदाय एक सामाजिक, धार्मिक और सैन्य बल के रूप में संगठित हुआ – गुरु गोविन्द सिंह
- मारवाड़ के मेड़ता जिले की राजपूत राजकुमारी मीराबाई का विवाह उनकी इच्छा के विरुद्ध किस परिवार के साथ हुआ – मेवाड़ के सिसोदिया कुल में
- असम में वैष्णव धर्म के प्रचारक शंकरदेव की मुख्य रचना कौन सी है- कीर्तनघोष
विजयनगर साम्राज्य
- विजयनगर साम्राज्य को किस अन्य नाम से जाना जाता है- हम्पी
- वर्ष 1986 में यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व पुरातत्व स्थल हम्पी के भग्नावशेष को किस इंजीनियर तथा पुराविद द्वारा प्रकाश में लाया गया था- कॉलिन मैकेन्जी
- 1815 में किसे भारत के पहले सर्वेयर जनरल बनाया गया- कॉलिन मैकेन्जी
- 1336 में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसके द्वारा की गयी- हरिहर एवं बुक्का द्वारा
- विजयनगर साम्राज्य में घोडों के व्यापारियों के समूह को क्या कहा जाता था- कुदिरई या चेट्टी
- तुलुव वंश के शासक कृष्णदेव राय के शासन की चारित्रिक विशेषता क्या थी – विस्तार एवं दृढ़ीकरण
- कृष्णदेव राय ने अपनी माता के नाम पर विजयनगर के समीप किस उपनगर की स्थापना की – नगलपुरम
- विजयनगर के शासक अपने आप को क्या कहते थे- राय
- विजयनगर साम्राज्य में स्थिति रायचूर दोआब किन नदियों के बीच स्थित था- तुंगभद्रा एवं कृष्णा
- अमर नायक प्रणाली किस साम्राज्य की एक प्रमुख विशेषता थी – विजयनगर साम्राज्य, अमर नायक प्रणाली के तहत सैनिक कमांडर होते थे जिनको राय द्वारा प्रशासन हेतु राज्य क्षेत्र दिए जाते थे और वे कर वसूल करते थे तथा विजयनगर शासक को सैनिक शक्ति प्रदान करते थे ।
- 1565 ई में राक्षसी तांगड़ी अथवा तालीकोटा का युद्ध किसके बीच हुआ- बीजापुर, अहमदनगर तथा गोलकुंडा की संयुक्त सेना एवं विजयनगर की सेना के मध्य
किसान, जमींदार और राज्य
- किसके शासन काल में पंजाब में शाह नहर का निर्माण करवाया गया- शाहजहां
- मुगलकाल में प्रांतों में राजकीय नियम कानूनों के पालन की जिम्मेवारी किस पर थी – अमीन
- मुगल प्रशासनिक व्यवस्था में मनसबदारी क्या था- एक सैनिक नौकरशाही तंत्र जिस पर राज्य के सैनिक एवं नागरिक मामलों की जिम्मेदारी थी ।
- अबुल फजल की आइन-ए-अकबरी कितने भागों का संकलन है- 5 भाग
आईन ए अकबरी |
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भाग |
नाम |
विवरण |
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पहला |
मंजिल आबादी |
शाही घर परिवार और उसके रखरखाव का विवरण |
प्रशासन का विवरण |
दूसरा |
सिपह आबादी |
सैनिक एवं नागरिक प्रशासन एवं नौकरों की व्यवस्था |
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तीसरा |
मुल्क आबादी |
साम्राज्य एवं प्रांतों के वित्तीय विवरण एवं राजस्व |
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चौथी एवं पांचवी |
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भारत के मजहबी, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक रिवाजों का विवरणइसके अंत में अकबर के शुभ वचनों का संग्रह भी है। |
सांस्कृतिक वर्णन |
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